5 Mint Me % पति को वापिस पाने के लिए उपाय-पति का प्यार पाने का मंत्र टोटका , ” हमारे ऋषि मुनियों ने साधक की मनः स्थिति और शक्ति का अनुमान पहले ही कर लिया था ! वे जानते थे की कलियुग में साधक अल्पायु, अशक्त, अल्पज्ञ होगा किन्तु उसकी भावना और आकांक्षा विशाल होगी ! वह परमाणु युग में पहुंचकर मन की गति के समान गति वाले विमानों के युग में प्रत्येक कार्य की सिद्धि के लिए अधिक समय नहीं दे पाएगा किन्तु सफलता के लिए उसकी छटपटाहट, विलम्ब को सहन करने में कभी तत्पर नहीं होगी तो फिर दीर्घकालीन साधना की तो बात ही कहां ? यही कारण है की तांत्रिकों ने टोटकों, उपायों की खोज की ! प्रिय पाठकों आज हम ऐसे टोटके और उपाय प्रकाशित कर रहे है जिनकी सहायता से आप अपने जीवन में आने वाली समस्याओं का हल करके आपने जीवन को कुशल मंगल बना सकते है तो आइये जानते है तांत्रिक टोटकों के बारे में !
प्रिय पाठकों आज सभी के प्रेम और श्रद्धा के चलते हम अपनी इस वेबसाइट को आगे बढ़ने में सक्षम हो पा रहे है और आपके निरंतर विश्वास के कारण ही हम ऐसे तांत्रिक और दैवीय उपायों और टोटकों को खोज रहे है जिनकी सहायता से आपके जीवन में आने समस्याओं को दूर किया जा सके और आप अपनी जिंदगी को खुशहाल बना सके तो आइये पढ़ते है आज के तांत्रिक टोटकों के बारे में !
1.पति को वापिस पाने के उपाय___
मंत्र___ॐ हं हं वां ह्रँ ह्रँ ( पति का नाम ) ठः ठः स्वः
यदि आपके पति/पत्नी आपसे अलग रहते है या आपको छोड़ चुके है और आप अपने जीवनसाथी को वापिस लाना चाहते है तो आपको शनिवार के दिन ऊपर दिए गए मंत्र को 1008 बार जपकर सिद्ध करना होगा फिर प्रयोग के लिए एक भोजपत्र पर अपने रक्त से अपने पति/पत्नी का नाम और विवाह की तिथि लिखकर उस भोजपत्र को किसी आक के वृक्ष के निचे गाड़ दें ! इस टोटके को करने से आपके पति/पत्नी वापिस आपके पास आ जायेगे !
2. प्यार को वापिस पाने के उपाय___
यदि आपका प्रेमी या प्रेमिका आपको छोड़ चुके है और आप उनको फिर से पाना चाहते है तो आपको अमावस्या की रात्रि में निचे बताये गए मंत्र को 108 बार जपकर सिद्ध कर लेना है और फिर प्रयोग के लिए अरुवा वृक्ष की एक टहनी को 1008 अभिमंत्रित करके आप अपने प्रेमी या प्रेमिका के घर में गाड़ दें या रख दें !
मंत्र__ॐ हूँ जूं धूतिः ठः ठः चामुण्डायै फट स्वः !
इस टोटके को बिछड़ा प्यार आपको वापिस मिल जायेगा !
प्रिय पाठकों कृप्या ध्यान दें___ऊपर बताये गए टोटके पूर्ण रूप से तांत्रिक शक्तियों से बांधे गए है और आप इन टोटकों का उपयोग अपने गुरु के परामर्श में रहकर ही करे ताकि इन टोटकों का विपरीत प्रभाव आपके जीवन पर लागु न हो पाए और आपको अपनी साधना में निश्चित रूप से सफलता प्राप्त हो सके एवं सिद्धि को करते समय आप मांस-मदिरा को पूर्ण रूप से त्याग दें और परस्त्री या परपुरष का गमन न करें अर्थात आप पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करें !